” दर्द “
आंसुओं का क्या ?
वो तो हर बात पर निकल जाती हैं ,
जन्म से मृत्यु तक साथ निभाती हैं ।
मुस्कुराने की कला तो जिंदगी में आती हैं ,
बात तो तब होती है ,
जब दर्द में भी ये आंखें मुस्कराती हैं ।।
✍️ ज्योति ✍️
आंसुओं का क्या ?
वो तो हर बात पर निकल जाती हैं ,
जन्म से मृत्यु तक साथ निभाती हैं ।
मुस्कुराने की कला तो जिंदगी में आती हैं ,
बात तो तब होती है ,
जब दर्द में भी ये आंखें मुस्कराती हैं ।।
✍️ ज्योति ✍️