” एक दीदार के लिए “
नज़रे बिछाए बस तुम्हारा इंतज़ार किया करते हैं ,
एक दीदार के लिए सौ पल कुर्बान किया करते हैं ।
हम तो कभी शौख से आइना देखा नहीं करते हैं ,
तुम्हारी आंखों में ही खुद का भी दीदार कर लिया करते हैं ।।
✍️ ज्योति ✍️
नज़रे बिछाए बस तुम्हारा इंतज़ार किया करते हैं ,
एक दीदार के लिए सौ पल कुर्बान किया करते हैं ।
हम तो कभी शौख से आइना देखा नहीं करते हैं ,
तुम्हारी आंखों में ही खुद का भी दीदार कर लिया करते हैं ।।
✍️ ज्योति ✍️