” अल्फ़ाज़ “
चमकते चेहरे को देख ,
हमारे पास दौड़ आज वो ।
टुटे दिल को देख ,
बच कर निकल गए वो ।
हम तो सोचते रह गए ,
मरहम लेने गए है या कभी लौट कर नहीं आएंगे वो !
– ज्योति
चमकते चेहरे को देख ,
हमारे पास दौड़ आज वो ।
टुटे दिल को देख ,
बच कर निकल गए वो ।
हम तो सोचते रह गए ,
मरहम लेने गए है या कभी लौट कर नहीं आएंगे वो !
– ज्योति