अलग…
तमन्नाओं के शहर में,
बला की शोहरतें होती हैं…
मग़र मुफ़लिसी में मोहब्बत
निभाने का अलग मज़ा है…
-✍️देवश्री पारीक ‘अर्पिता’
तमन्नाओं के शहर में,
बला की शोहरतें होती हैं…
मग़र मुफ़लिसी में मोहब्बत
निभाने का अलग मज़ा है…
-✍️देवश्री पारीक ‘अर्पिता’