मैं हूं न ....@
Dr. Akhilesh Baghel "Akhil"
Bundeli Doha-Anmane
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
ऐसे तो दूर नहीं होगी यह मुश्किल
किसी भी व्यक्ति के अंदर वैसे ही प्रतिभाओं का जन्म होता है जै
*करो अब चाँद तारे फूल, खुशबू प्यार की बातें (मुक्तक)*
महफिलों में अब वो बात नहीं
कौन यहाँ पर किसकी ख़ातिर,, बैठा है,,
कुछ काम करो , कुछ काम करो
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
सच हकीकत और हम बस शब्दों के साथ हैं
रात की नदी में
पूनम 'समर्थ' (आगाज ए दिल)
मैं हर रोज़ देखता हूं इक खूबसूरत सा सफ़र,
आसमां से गिरते सितारे का एक लम्हा मैंने भी चुराया है।
" मुझे नहीं पता क्या कहूं "
संघर्ष की राहों पर जो चलता है,
“तुम हो जो इतनी जिक्र करते हो ,
प्रश्नों से प्रसन्न होते हो वो समझदार होते।