अर्जी दर हनुमान जी
कुंडलिया छंद…
अर्जी दर हनुमान जी, ऐसा बने सुयोग।
बढ़े नहीं अब देश में, कोरोना का रोग।।
कोरोना का रोग, नाथ तुम पालनकर्ता।
है जग में विख्यात, सभी संकट के हर्ता।।
हो राक्षस का नाश, चले ना इसकी मर्जी।
‘राही’ दर हनुमान, पूर्ण हो सबकी अर्जी।। 422
डाॅ. राजेन्द्र सिंह ‘राही’
(बस्ती उ. प्र.)