अरे सर्दी रानी , तू जल्दी आ ..
अरे सर्दी रानी तू कब आयेगी ?
हम गर्मी के मारो को कब ,
तू राहत जल्दी से दिलवाएगी ?
हम मचल रहे खाने को सूखे मेवे ,मूंगफली ,
तू हमें तिल गुड़ के गजक कब खिलाएगी ?
तू थोड़ा सा तो आने का पैगाम दे ,
हम इंतजार कर रहे है तू कब दस्तक देगी ।
तू थोड़ा सा भी गर इशारा करे ,
तो गर्म कपड़ों को हम धूप दिखाए ।
कंबल निकालें ,रजाइयों निकालें ,
इनको भी धूप दिखाएं।
बोल ना !! तू कब आयेगी ?