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11 Sep 2023 · 1 min read

अरसे बाद

ये टूटा सा मन
ख्यालों से डरता था,
तेरे ख्वाबों में खोकर
अरसे बाद एक मुस्कान आई।

ये सहमी सी रूह
राबते से डरती थी,
तेरी बातों में खोकर
अरसे बाद एक बरसात आई।

ये स्थिर सी बेचैनी
नजरों में रहती थी,
तेरे आगोश में आकर
अरसे बाद एक उम्मीद आई।

ये उलझे से एहसास
छिपे से रहते थे,
तेरी सादगी में आकर
अरसे बाद एक लापरवाही आई।

– सिद्धांत शर्मा

Language: Hindi
1 Like · 217 Views

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