अरमान
अरमान (मुक्तक)
तुम्हें पाया तो यूं लगा,जिंदगी का अरमां मिल गया
तेरी चाहत की खुश बूसे फूलों को समां मिल गया
हाथ उठते थे इबादत को कुछ मांगने के लिए,
तेरा साथ क्या मिला मुझे सारा जहां मिल गया।
नीलम शर्मा
अरमान (मुक्तक)
तुम्हें पाया तो यूं लगा,जिंदगी का अरमां मिल गया
तेरी चाहत की खुश बूसे फूलों को समां मिल गया
हाथ उठते थे इबादत को कुछ मांगने के लिए,
तेरा साथ क्या मिला मुझे सारा जहां मिल गया।
नीलम शर्मा