अम्बर में लटके शब्द
अम्बर के नीले रंग को
मुट्ठी में बाँधकर
निचोड़ा
मिट्टी से फूट पड़े शब्द
हरे रँग के;
अम्बर में लटके शब्द
धरती पर उतरे थे
कड़कती बिजली के रथ पर बैठ।
अब, प्रश्न यह उठता है कि
न तो अम्बर में नीला रँग बचा है
और न ही मुट्ठी में ताकत
क्या निचोड़ा जाएँ?
क्या उगाया जाएँ?