अमृत महोत्सव
सबके दिल में देशभक्ति की अलख जगाई है।
हर घर घर तिरंगा फहरे ऐसी मुहिम चलाई है।।
कोई फंदे पर झूले ,सीने पर गोली खाई है।
अगणित बलिदानों से हमने यह आजादी पाई है।।
धरा का जब श्रृंगार किया फिर धानी चुनर उढाई है।
आप सभी को इस अमृत महोत्सव की बधाई है।।
आँच नहीं आने देगा भारत माता के दामन पर।
देश की सरहद पर अडिग खड़ा जो मेरा भाई है ।।
देशभक्त की कोई जाति, मजहब अलग नहीं होता
भारतवासी है,न हिन्दू मुस्लिम सिक्ख इसाई है।
हम मिलजुलकर अपना शिक्षित भारतवर्ष बनाएंगे।
ज्योति देश की रक्षा और शिक्षा की शपथ उठाई है।।
✍🏻श्रीमती ज्योति श्रीवास्तव