अमित
तुझको प्रीत तुझको गीत लिखूँ
दिल से तुझको मनमीत लिखूँ
पढ़कर मेरे शब्द भरे एहसास तु
कविताओं में तुझको प्रीत लिखूँ
चाहत जो दिल में, तेरी है हर पल
जिंदगी की तुमको रीत लिखूँ
दर्द में जो बनके रहे मरहम हरदम
ओस की बुंद की प्यारी शीत लिखूँ
बहे मन में जो धारा तुमसे प्यार की
प्रेम दिल की ,तुझीको अमित प्रेम
ममता रानी
झारखंड