परम साहस से नाविक पार, नौका को
परम साहस से नाविक पार, नौका को
लगाता है (मुक्तक)
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अमावस में जला दीपक, हमें यह सच बताता
है
बिना चंदा के भी जग में, उजाला हो ही जाता
है
भले तूफान में भारी, फॅंसे मंझधार में आकर
परम साहस से नाविक पार, नौका को
लगाता है
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रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर उत्तर प्रदेश
मोबाइल 99976 15451