अमर है आत्मा।
मर भी आपको हम मरने नही देयगे।रखेगें सँभाल कर दिल के अनदर सजा कर रखेंगे।याद की इस टोकरी में बिठा कर रखेंगे।।जब भी तुम्हारी याद आयेगी गीत गाकर अधरों पर रखेंगे।कोई तुम्हें सिरदृया के सुमन अर्पित करेंगे।हम आपको स्नेह से मन के पुष्पो को चढ़ाया करेंगे।हम तुम्हें मर कर मरने नही देयगे।दिल मे मूर्ति बनाकर हमेशा पूजा करेंगे।कोई तुम्हें भूलकर भी भूल नहीं पायेगा।देखेगी आपकी आत्मा बन कर महात्मा।मरती नहीं जो कभी अमर है आत्मा।।