“अमर शहीद”
अन्याय हुआ शोले उठे
अब सभी शोर रूक जाएँगे !
सात दशक आजादी के जैसे
फिर बहार चमन में आएँगे !!
शहीद हुए जो मातृभूमि पर
यही शब्द रह जाएँगे !
वतन पर मिटने वालों के
बस यही निशाँ कहलाएँगे !!
अन्याय हुआ शोले उठे
अब सभी शोर रूक जाएँगे !
सात दशक आजादी के जैसे
फिर बहार चमन में आएँगे !!
शहीद हुए जो मातृभूमि पर
यही शब्द रह जाएँगे !
वतन पर मिटने वालों के
बस यही निशाँ कहलाएँगे !!