**अभी भी है**
जन्म के समय दाई आई,
काम निकला फिर हृदय में छुआ-छूत समाई,
इंसान से इंसानियत सीखो समय अभी भी है।
दिन के कहे हटो अछूत नारी,
रात के कहे सेज सजाओ हमारी,
मन में हमारी दूषित मानसिकता अभी भी है।
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नारायण अहिरवार
अंशु कवि
सेमरी हरचंद जिला होशंगाबाद
मोबाइल-9893686901
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