** अभी बाकी है **
अभी बाकी है कुछ लम्हे मुझे ओर जीने दे
क्या फ़र्क पड़ता है मुझे कुछ ओर पीने दे
दरख्त भी सूखते हैं वक्त आने पर ऐ ‘मधुप’
जीना बहुत हुआ मरमर जीने के लिए पीने दे ।।
?मधुप बैरागी
अभी बाकी है कुछ लम्हे मुझे ओर जीने दे
क्या फ़र्क पड़ता है मुझे कुछ ओर पीने दे
दरख्त भी सूखते हैं वक्त आने पर ऐ ‘मधुप’
जीना बहुत हुआ मरमर जीने के लिए पीने दे ।।
?मधुप बैरागी