अभी कहाँ आराम, परम लक्ष्य छूना अभी।
अभी कहाँ आराम, परम लक्ष्य छूना अभी।
बहुत पड़ा है काम, चुना गया सौभाग्य से।।
है अनंत यह छंद, करना प्रिय प्रस्तार भी,
जग में होगा नाम, छंद देव की है कृपा।।
— ननकी 23/09/2024
अभी कहाँ आराम, परम लक्ष्य छूना अभी।
बहुत पड़ा है काम, चुना गया सौभाग्य से।।
है अनंत यह छंद, करना प्रिय प्रस्तार भी,
जग में होगा नाम, छंद देव की है कृपा।।
— ननकी 23/09/2024