Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Mar 2022 · 1 min read

अभी आंखों के ख़्वाब

मेरे हिस्से की नींद दे मुझको ।
अभी आंखों के ख़्वाब बाक़ी हैं ।।

डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
Tag: शेर
8 Likes · 115 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all

You may also like these posts

" मिलकर एक बनें "
Pushpraj Anant
* मुक्तक *
* मुक्तक *
surenderpal vaidya
3647.💐 *पूर्णिका* 💐
3647.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
पर्णकुटी केर दीपोत्सव
पर्णकुटी केर दीपोत्सव
श्रीहर्ष आचार्य
जब कभी तुम्हारा बेटा ज़बा हों, तो उसे बताना ज़रूर
जब कभी तुम्हारा बेटा ज़बा हों, तो उसे बताना ज़रूर
The_dk_poetry
जन्म पर बाटी मिठाई
जन्म पर बाटी मिठाई
Ranjeet kumar patre
आप पाएंगे सफलता प्यार से।
आप पाएंगे सफलता प्यार से।
सत्य कुमार प्रेमी
आया पर्व पुनीत....
आया पर्व पुनीत....
डॉ.सीमा अग्रवाल
"आखिर क्यों?"
Dr. Kishan tandon kranti
यह कैसी आस्था ,यह कैसी भक्ति ?
यह कैसी आस्था ,यह कैसी भक्ति ?
ओनिका सेतिया 'अनु '
जब आपका मन नियंत्रण खो दें तो उस स्थिति में आप सारे शोकों का
जब आपका मन नियंत्रण खो दें तो उस स्थिति में आप सारे शोकों का
Rj Anand Prajapati
हालात ए वक्त से
हालात ए वक्त से
Dr fauzia Naseem shad
शब्दों में प्रेम को बांधे भी तो कैसे,
शब्दों में प्रेम को बांधे भी तो कैसे,
Manisha Manjari
जरूरत से ज्यादा मुहब्बत
जरूरत से ज्यादा मुहब्बत
shabina. Naaz
कविता ही तो परंम सत्य से, रूबरू हमें कराती है
कविता ही तो परंम सत्य से, रूबरू हमें कराती है
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
रक्षाबंधन का त्योहार
रक्षाबंधन का त्योहार
Dr. Pradeep Kumar Sharma
संतानों का दोष नहीं है
संतानों का दोष नहीं है
Suryakant Dwivedi
*पत्रिका समीक्षा*
*पत्रिका समीक्षा*
Ravi Prakash
दिल्ली चलें सब साथ
दिल्ली चलें सब साथ
नूरफातिमा खातून नूरी
मत गुजरा करो शहर की पगडंडियों से बेखौफ
मत गुजरा करो शहर की पगडंडियों से बेखौफ
©️ दामिनी नारायण सिंह
समय किसी भी तख़्त का,हुआ नहीं मुहताज
समय किसी भी तख़्त का,हुआ नहीं मुहताज
RAMESH SHARMA
- कुछ ऐसा कर कमाल के तेरा हो जाऊ -
- कुछ ऐसा कर कमाल के तेरा हो जाऊ -
bharat gehlot
कोई-कोई
कोई-कोई
Ragini Kumari
कृष्ण
कृष्ण
Chaahat
स्वयं से परीक्षा
स्वयं से परीक्षा
Saurabh Agarwal
उठ!जाग
उठ!जाग
राकेश पाठक कठारा
बहके जो कोई तो संभाल लेना
बहके जो कोई तो संभाल लेना
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
अपनी स्टाईल में वो,
अपनी स्टाईल में वो,
Dr. Man Mohan Krishna
अनंत शून्य
अनंत शून्य
Shekhar Deshmukh
मैं बेबस सा एक
मैं बेबस सा एक "परिंदा"
पंकज परिंदा
Loading...