अब हमें तुम्हारी जरूरत नही
हम कोई खिलौना नही है
जिसे जब मन चाहे आकर खेले
तुम ठुकरा कर हमें चले गए थे कभी
अब हमे तुम्हारी जरूरत नही
हमने भी सीख लिया है अब उड़ना
अब हमें किसी के सहारे की जरूरत नही।
अनामिका
हम कोई खिलौना नही है
जिसे जब मन चाहे आकर खेले
तुम ठुकरा कर हमें चले गए थे कभी
अब हमे तुम्हारी जरूरत नही
हमने भी सीख लिया है अब उड़ना
अब हमें किसी के सहारे की जरूरत नही।
अनामिका