Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 May 2024 · 1 min read

अब वो रूमानी दिन रात कहाँ

अब उनकी आँखों में वो बात कहाँ,
मुलाकातों में धड़कते हालात कहाँ।
☘️☘️
तबस्सुम उनका गुलशन सा होता था,
अब उनकी बातों में वो जज़्बात कहाँ।
☘️☘️
गुफ़्तगू हो जाती है उनसे कभी-कभी,
लेकिन अब वो उम्दा ख़यालात कहाँ।
☘️☘️
उजालों अंधेरों में फ़र्क होता न था,
अब वो हसीं रूमानी दिन रात कहाँ।
☘️☘️
मिलना आज भी होता है अक़्सर,
लेकिन वो रूहानी मुलाकात कहाँ।

30 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Shreedhar
View all
You may also like:
तेरी याद
तेरी याद
SURYA PRAKASH SHARMA
आया बसंत
आया बसंत
Seema gupta,Alwar
रिश्तों का सच
रिश्तों का सच
विजय कुमार अग्रवाल
करवा चौथ
करवा चौथ
नवीन जोशी 'नवल'
"दीपावाली का फटाका"
Radhakishan R. Mundhra
.
.
NiYa
"शाश्वत"
Dr. Kishan tandon kranti
दो दिन की जिंदगानी रे बन्दे
दो दिन की जिंदगानी रे बन्दे
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
#2024
#2024
*प्रणय प्रभात*
अधूरा इश्क़
अधूरा इश्क़
Dipak Kumar "Girja"
पेड़ लगाओ पर्यावरण बचाओ
पेड़ लगाओ पर्यावरण बचाओ
Buddha Prakash
हम अपनी आवारगी से डरते हैं
हम अपनी आवारगी से डरते हैं
Surinder blackpen
राजाधिराज महाकाल......
राजाधिराज महाकाल......
Kavita Chouhan
क्या लिखूँ
क्या लिखूँ
Dr. Rajeev Jain
सैनिक के संग पूत भी हूँ !
सैनिक के संग पूत भी हूँ !
पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप"
कौन याद दिलाएगा शक्ति
कौन याद दिलाएगा शक्ति
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
समय आयेगा
समय आयेगा
नूरफातिमा खातून नूरी
हम्मीर देव चौहान
हम्मीर देव चौहान
Ajay Shekhavat
ग़ज़ल _ मिले जब भी यारों , तो हँसते रहे हैं,
ग़ज़ल _ मिले जब भी यारों , तो हँसते रहे हैं,
Neelofar Khan
ज़िंदगी उससे है मेरी, वो मेरा दिलबर रहे।
ज़िंदगी उससे है मेरी, वो मेरा दिलबर रहे।
सत्य कुमार प्रेमी
Ranjeet Shukla
Ranjeet Shukla
Ranjeet kumar Shukla
हम हिंदुस्तानियों की पहचान है हिंदी।
हम हिंदुस्तानियों की पहचान है हिंदी।
Ujjwal kumar
2642.पूर्णिका
2642.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
#जिन्दगी ने मुझको जीना सिखा दिया#
#जिन्दगी ने मुझको जीना सिखा दिया#
rubichetanshukla 781
चेहरे की शिकन देख कर लग रहा है तुम्हारी,,,
चेहरे की शिकन देख कर लग रहा है तुम्हारी,,,
शेखर सिंह
लम्हें हसीन हो जाए जिनसे
लम्हें हसीन हो जाए जिनसे
शिव प्रताप लोधी
*आई गंगा स्वर्ग से, चमत्कार का काम (कुंडलिया)*
*आई गंगा स्वर्ग से, चमत्कार का काम (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
प्यार के
प्यार के
हिमांशु Kulshrestha
मैं भागीरथ हो जाऊ ,
मैं भागीरथ हो जाऊ ,
Kailash singh
मैं और सिर्फ मैं ही
मैं और सिर्फ मैं ही
Lakhan Yadav
Loading...