अब लब उसे गुनगुनाने लगे हैं.…
तेरा नाम लिखकर मिटाने लगेगें,
तुझे भूलने में जमाने लगेगें।
नहीं याद कोई सबक दूसरा है,
तुझे याद करने में जमाने लगे हैं।
जो आँखों ने अक्सर कागज पर लिखा,
अक्स तेरे उभर उसमे आने लगे हैं।
दबाया है दिल में जो दर्द तेरा,
अब लब उसे गुनगुनाने लगे हैं..