Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Dec 2023 · 1 min read

अब रिश्तों का व्यापार यहां बखूबी चलता है

अब रिश्तों का व्यापार यहां बखूबी चलता है
मतलब निकलते ही कौन किसे याद करता है
वजहें ढूंढ़ते हैं सब फिर तोहमत लगाने की
दूरियां बढ़ गई तो कोई किसी की नहीं सुनता है।
जिम्मेदारीयां निभा रहे सब अब साथ रहकर
बेजान-सी भावनाओं की, फ़िक्र कोई नहीं करता है।
राहें आसान है छोड़कर चले जाने की इनको
आबरू बचाने को अपनी,इनका बोझ ढोता है।

412 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
अंधभक्तो को जितना पेलना है पेल लो,
अंधभक्तो को जितना पेलना है पेल लो,
शेखर सिंह
दिल पर करती वार
दिल पर करती वार
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
मैं बंजारा बन जाऊं
मैं बंजारा बन जाऊं
Shyamsingh Lodhi Rajput "Tejpuriya"
शीर्षक - कुदरत के रंग...... एक सच
शीर्षक - कुदरत के रंग...... एक सच
Neeraj Agarwal
जज़्बात - ए बया (कविता)
जज़्बात - ए बया (कविता)
Monika Yadav (Rachina)
विकल्प
विकल्प
Dr.Priya Soni Khare
छाता
छाता
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
गंगा से है प्रेमभाव गर
गंगा से है प्रेमभाव गर
VINOD CHAUHAN
तुम अगर स्वच्छ रह जाओ...
तुम अगर स्वच्छ रह जाओ...
Ajit Kumar "Karn"
#झुनझुना-😊
#झुनझुना-😊
*प्रणय*
जहां विश्वास है वहां प्रेम है जहां मोह है वहां क्रोध है, हमे
जहां विश्वास है वहां प्रेम है जहां मोह है वहां क्रोध है, हमे
Ravikesh Jha
जिंदगी की राहों में, खुशियों की बारात हो,
जिंदगी की राहों में, खुशियों की बारात हो,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मुझे जब भी तुम प्यार से देखती हो
मुझे जब भी तुम प्यार से देखती हो
Johnny Ahmed 'क़ैस'
"वन्देमातरम"
Dr. Kishan tandon kranti
फिर लौट आयीं हैं वो आंधियां, जिसने घर उजाड़ा था।
फिर लौट आयीं हैं वो आंधियां, जिसने घर उजाड़ा था।
Manisha Manjari
Orphan's Feelings
Orphan's Feelings
Shyam Sundar Subramanian
पटकथा
पटकथा
Mahender Singh
कितना कुछ
कितना कुछ
Surinder blackpen
*
*"तुलसी मैया"*
Shashi kala vyas
झूल गयी मोहब्बत मेरी,ख्वाइश और जेब की लड़ाई में,
झूल गयी मोहब्बत मेरी,ख्वाइश और जेब की लड़ाई में,
पूर्वार्थ
दिल तक रखते
दिल तक रखते
Dr fauzia Naseem shad
सही ट्रैक क्या है ?
सही ट्रैक क्या है ?
Sunil Maheshwari
भावी युद्ध ...
भावी युद्ध ...
SURYA PRAKASH SHARMA
प्रशांत सोलंकी
प्रशांत सोलंकी
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
आओ थोड़ा जी लेते हैं
आओ थोड़ा जी लेते हैं
Dr. Pradeep Kumar Sharma
जिसकी शाख़ों पर रहे पत्ते नहीं..
जिसकी शाख़ों पर रहे पत्ते नहीं..
Shweta Soni
***रिमझिम-रिमझिम (प्रेम-गीत)***
***रिमझिम-रिमझिम (प्रेम-गीत)***
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
4010.💐 *पूर्णिका* 💐
4010.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
*ईर्ष्या भरम *
*ईर्ष्या भरम *
DR ARUN KUMAR SHASTRI
लम्हें यादों के.....
लम्हें यादों के.....
कुलदीप दहिया "मरजाणा दीप"
Loading...