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5 Dec 2023 · 1 min read

अब रिश्तों का व्यापार यहां बखूबी चलता है

अब रिश्तों का व्यापार यहां बखूबी चलता है
मतलब निकलते ही कौन किसे याद करता है
वजहें ढूंढ़ते हैं सब फिर तोहमत लगाने की
दूरियां बढ़ गई तो कोई किसी की नहीं सुनता है।
जिम्मेदारीयां निभा रहे सब अब साथ रहकर
बेजान-सी भावनाओं की, फ़िक्र कोई नहीं करता है।
राहें आसान है छोड़कर चले जाने की इनको
आबरू बचाने को अपनी,इनका बोझ ढोता है।

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