अब तुझे जागना होगा।
कान्हा बन के क्यू बैठा
अर्जुन तुझे बनना होगा।
महासमर हैं भारत का
एकता का अलख जगाना होगा।।
मौन रहा तो मिट जाएगा
बेधड़क तुझे बोलना होगा।
बहुत सो लिया चैन से
अब तुझे जागना होगा।।
भाई चारे का बोझ लिए
कब तक तू ऐसे बैठेगा ।
गंगा जमुनी तहजीब बोल के
आकर वो तुझ पे ऐंठेगा।।
समय आ गया है वो अब
ईट का जवाब पत्थर होगा।
तीसरा नयन खोल ले अब
तुझे तांडव करना होगा।।
अंकित कमलेश कन्हैया चन्दन
ना जाने कितनों ने सब भोगा।
तू डर के बैठ गया घर पर जो
अगला नम्बर तेरा होगा।।
तेरा मेरा अपना पराया ना कर
अंतरात्मा को झिझोडना होगा।
घर गलियों से बाहर निकल कर
अब तुझे सड़क पर आना होगा।।
कड़ी से कड़ी जोड़ते चलो
बड़ा कारवाँ बनाना होगा।
मुश्किल है नामुमकिन नही
सफर के लिये सजना होगा।।
उठो हिंद के अलबेले साथियो
बेड़ियों का बंधन तोड़ना होगा।
मानवता के इन शत्रुओं को
अच्छा सबक सिखाना होगा ।।
आतंकीयो के इस आतंक को
ताकत का अहसास कराना होगा।
बहुत सो लिया चैन से
अब तुझे जागना होगा।।
अब तुझे जागना होगा।।
🚩जय श्री राम 🚩
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया…✍️