Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Jun 2022 · 1 min read

अब तक देखा नही

***** अब तक देखी नहीं *****
**************************

आपसी परी अब तक देखी नहीं,
हुस्न से लदी अब तक देखी नहीं।

फूल सा खिला जोबन तेरा गजब,
साज सादगी अब तक देखी नहीं।

हो सुरों भरी हमसे अबतक छुपी,
राग-रागिनी अब तक देखी नहीं।

देखकर हसीं प्यारा हर सुर बजा,
वाद-वादिनी अब तक देखी नही।

होश खो दिया मनसीरत ने यहाँ,
नशे से भरी अब तक देखी नही।
*************************
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)

Language: Hindi
228 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
..
..
*प्रणय प्रभात*
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
न दें जो साथ गर्दिश में, वह रहबर हो नहीं सकते।
न दें जो साथ गर्दिश में, वह रहबर हो नहीं सकते।
सत्य कुमार प्रेमी
आंधी
आंधी
Aman Sinha
3360.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3360.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
हम अभी
हम अभी
Dr fauzia Naseem shad
तहरीर लिख दूँ।
तहरीर लिख दूँ।
Neelam Sharma
शतरंज
शतरंज
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
बदलते दौर में......
बदलते दौर में......
Dr. Akhilesh Baghel "Akhil"
गजब है सादगी उनकी
गजब है सादगी उनकी
sushil sarna
* याद कर लें *
* याद कर लें *
surenderpal vaidya
चौथापन
चौथापन
Sanjay ' शून्य'
एक कवि की कविता ही पूजा, यहाँ अपने देव को पाया
एक कवि की कविता ही पूजा, यहाँ अपने देव को पाया
Dr.Pratibha Prakash
शहीदों को नमन
शहीदों को नमन
Dinesh Kumar Gangwar
जलाना था जिस चराग़ को वो जला ना पाया,
जलाना था जिस चराग़ को वो जला ना पाया,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
*** हम दो राही....!!! ***
*** हम दो राही....!!! ***
VEDANTA PATEL
" कविता और प्रियतमा
DrLakshman Jha Parimal
हर मौसम का अपना अलग तजुर्बा है
हर मौसम का अपना अलग तजुर्बा है
कवि दीपक बवेजा
!! फूलों की व्यथा !!
!! फूलों की व्यथा !!
Chunnu Lal Gupta
नानी का गांव
नानी का गांव
साहित्य गौरव
सौंदर्य छटा🙏
सौंदर्य छटा🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
चलो कह भी दो अब जुबां की जुस्तजू ।
चलो कह भी दो अब जुबां की जुस्तजू ।
शेखर सिंह
बड़ी सी इस दुनिया में
बड़ी सी इस दुनिया में
पूर्वार्थ
तुम्हारा दिल ही तुम्हे आईना दिखा देगा
तुम्हारा दिल ही तुम्हे आईना दिखा देगा
VINOD CHAUHAN
सफलता
सफलता
Dr. Kishan tandon kranti
मन हमेशा एक यात्रा में रहा
मन हमेशा एक यात्रा में रहा
Rituraj shivem verma
हर वर्ष जला रहे हम रावण
हर वर्ष जला रहे हम रावण
Dr Manju Saini
*पंचचामर छंद*
*पंचचामर छंद*
नवल किशोर सिंह
आया करवाचौथ, सुहागिन देखो सजती( कुंडलिया )
आया करवाचौथ, सुहागिन देखो सजती( कुंडलिया )
Ravi Prakash
जीवन में न तो कोई अंतिम हार है और न ही कोई अंतिम जीत। अतः मु
जीवन में न तो कोई अंतिम हार है और न ही कोई अंतिम जीत। अतः मु
PRADYUMNA AROTHIYA
Loading...