अब्र कहे किससे
तू इतर नही मुझसे ।
क्यूँ बे-जिकर मुझसे ।
मैं धुँध है गुबार का ,
तू अब्र कहे किससे ।
…. विवेक दुबे”निश्चल”@..
तू इतर नही मुझसे ।
क्यूँ बे-जिकर मुझसे ।
मैं धुँध है गुबार का ,
तू अब्र कहे किससे ।
…. विवेक दुबे”निश्चल”@..