अबाध गति से गतिमान, कालचक्र चलता रहता है
अबाध गति से गतिमान, कालचक्र चलता रहता है
पल पल जीवन कालचक्र के, प्रवाह में वहता रहता है
दिन महीने और साल,समय बदलते रहता है
युगों युगों से सृष्टि का क़म, ऐसे ही चलते रहता है
कालचक्र का परिवर्तन, जीवन को सदा बदलता है
नव संकल्प नई आशाएं,नव विचार आएंगे
नव सकारात्मक लक्षों को हम,नव उर्जा से पाएंगें
नव वर्ष २०२५ सभी के जीवन में सुख शांति और समृद्धि लाए बहुत बहुत बधाई शुभकामनाएं 🙏🎉🙏 जय सियाराम जी 🙏🙏
सुरेश कुमार चतुर्वेदी