Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Jan 2025 · 1 min read

अबाध गति से गतिमान, कालचक्र चलता रहता है

अबाध गति से गतिमान, कालचक्र चलता रहता है
पल पल जीवन कालचक्र के, प्रवाह में वहता रहता है
दिन महीने और साल,समय बदलते रहता है
युगों युगों से सृष्टि का क़म, ऐसे ही चलते रहता है
कालचक्र का परिवर्तन, जीवन को सदा बदलता है
नव संकल्प नई आशाएं,नव विचार आएंगे
नव सकारात्मक लक्षों को हम,नव उर्जा से पाएंगें

नव वर्ष २०२५ सभी के जीवन में सुख शांति और समृद्धि लाए बहुत बहुत बधाई शुभकामनाएं 🙏🎉🙏 जय सियाराम जी 🙏🙏
सुरेश कुमार चतुर्वेदी

45 Views
Books from सुरेश कुमार चतुर्वेदी
View all

You may also like these posts

🌳पृथ्वी का चंवर🌳
🌳पृथ्वी का चंवर🌳
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
यह जिंदगी का सवाल है
यह जिंदगी का सवाल है
gurudeenverma198
हर  ऐब  दूसरों  में  दिखते  हैं इसलिए ।
हर ऐब दूसरों में दिखते हैं इसलिए ।
Dr fauzia Naseem shad
आज कल !!
आज कल !!
Niharika Verma
सब कुछ छोड़ कर जाना पड़ा अकेले में
सब कुछ छोड़ कर जाना पड़ा अकेले में
डॉ. दीपक बवेजा
ये उम्र भर का मुसाफ़त है, दिल बड़ा रखना,
ये उम्र भर का मुसाफ़त है, दिल बड़ा रखना,
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
आक्रोश प्रेम का
आक्रोश प्रेम का
भरत कुमार सोलंकी
माँ
माँ
Dileep Shrivastava
21. *आंसू*
21. *आंसू*
Dr .Shweta sood 'Madhu'
ये कलयुग है ,साहब यहां कसम खाने
ये कलयुग है ,साहब यहां कसम खाने
Ranjeet kumar patre
भारत माता अभिनंदन दिवस
भारत माता अभिनंदन दिवस
Sudhir srivastava
പൈതൽ
പൈതൽ
Heera S
मत गमों से डर तू इनका साथ कर।
मत गमों से डर तू इनका साथ कर।
सत्य कुमार प्रेमी
You Are The Sanctuary Of My Soul.
You Are The Sanctuary Of My Soul.
Manisha Manjari
छिपी हो जिसमें सजग संवेदना।
छिपी हो जिसमें सजग संवेदना।
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
मां है अमर कहानी
मां है अमर कहानी
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
-कलयुग ऐसा आ गया भाई -भाई को खा गया -
-कलयुग ऐसा आ गया भाई -भाई को खा गया -
bharat gehlot
We meet some people at a stage of life when we're lost or in
We meet some people at a stage of life when we're lost or in
पूर्वार्थ
मुझे तारे पसंद हैं
मुझे तारे पसंद हैं
ruby kumari
4274.💐 *पूर्णिका* 💐
4274.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
नर नारायण
नर नारायण
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
सरस कुंडलियाँ
सरस कुंडलियाँ
Ravi Prakash
यादों का बुखार
यादों का बुखार
Surinder blackpen
क्षणिकाएँ   ....
क्षणिकाएँ ....
Sushil Sarna
असली अभागा कौन ???
असली अभागा कौन ???
VINOD CHAUHAN
#झांसों_से_बचें
#झांसों_से_बचें
*प्रणय*
" जब "
Dr. Kishan tandon kranti
बिछोह
बिछोह
Shaily
कर्म ही है श्रेष्ठ
कर्म ही है श्रेष्ठ
Sandeep Pande
*दो नैन-नशीले नशियाये*
*दो नैन-नशीले नशियाये*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
Loading...