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17 Jul 2022 · 1 min read

अफसोस

खंजर के सीने में भी होता होगा दिल ,
उतर कर किसी मासूम के कलेजे पर ,
वोह भी जार जार रोया होगा ।
मगर ए खुदगर्ज इंसान ! तू किस मिट्टी का बना है ?
तेरे सीने में शायद “वोह ” दिल
डालना ही भूल गया होगा ।
आज कितना अफ़सोस हो रहा होगा ,
“उसे “अपनी इस रचना पर ।

Language: Hindi
163 Views
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