Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Jan 2022 · 1 min read

अफवाह

अफवाह की चिंगारी झुण्ड की मानसिकता को नफरत के दावानल में झोंक देती है ।

Language: Hindi
3 Likes · 6 Comments · 379 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Shyam Sundar Subramanian
View all
You may also like:
उसे गवा दिया है
उसे गवा दिया है
Awneesh kumar
मौका जिस को भी मिले वही दिखाए रंग ।
मौका जिस को भी मिले वही दिखाए रंग ।
Mahendra Narayan
“अखनो मिथिला कानि रहल अछि ”
“अखनो मिथिला कानि रहल अछि ”
DrLakshman Jha Parimal
Thought
Thought
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
अधूरा इश्क़
अधूरा इश्क़
Dr. Mulla Adam Ali
बहुत खूबसूरत सुबह हो गई है।
बहुत खूबसूरत सुबह हो गई है।
surenderpal vaidya
कावड़ियों की धूम है,
कावड़ियों की धूम है,
manjula chauhan
◆व्यक्तित्व◆
◆व्यक्तित्व◆
*प्रणय प्रभात*
व्यंग्य आपको सिखलाएगा
व्यंग्य आपको सिखलाएगा
Pt. Brajesh Kumar Nayak
बस जिंदगी है गुज़र रही है
बस जिंदगी है गुज़र रही है
Manoj Mahato
Good morning 🌅🌄
Good morning 🌅🌄
Sanjay ' शून्य'
क्या ईसा भारत आये थे?
क्या ईसा भारत आये थे?
कवि रमेशराज
"प्यार तुमसे करते हैं "
Pushpraj Anant
मच्छर दादा
मच्छर दादा
Dr Archana Gupta
🌹थम जा जिन्दगी🌹
🌹थम जा जिन्दगी🌹
Dr Shweta sood
सावन आज फिर उमड़ आया है,
सावन आज फिर उमड़ आया है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
जब जब तुम्हे भुलाया
जब जब तुम्हे भुलाया
Bodhisatva kastooriya
तुम ही तो हो
तुम ही तो हो
Ashish Kumar
कचनार
कचनार
Mohan Pandey
23/182.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/182.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
जिसने अपनी माँ को पूजा
जिसने अपनी माँ को पूजा
Shyamsingh Lodhi Rajput (Tejpuriya)
सपने तेरे है तो संघर्ष करना होगा
सपने तेरे है तो संघर्ष करना होगा
पूर्वार्थ
बूँद-बूँद से बनता सागर,
बूँद-बूँद से बनता सागर,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
"इंसान की जमीर"
Dr. Kishan tandon kranti
कुछ नहीं बचेगा
कुछ नहीं बचेगा
Akash Agam
सच तो फूल होते हैं।
सच तो फूल होते हैं।
Neeraj Agarwal
अंतरंग प्रेम
अंतरंग प्रेम
Paras Nath Jha
कविता तो कैमरे से भी की जाती है, पर विरले छायाकार ही यह हुनर
कविता तो कैमरे से भी की जाती है, पर विरले छायाकार ही यह हुनर
ख़ान इशरत परवेज़
रूपमाला
रूपमाला
डॉ.सीमा अग्रवाल
माह -ए -जून में गर्मी से राहत के लिए
माह -ए -जून में गर्मी से राहत के लिए
सिद्धार्थ गोरखपुरी
Loading...