#अपील_सब_से
#अपील_सब_से
■ आज ही करें ये काम…!!
【प्रणय प्रभात】
“इंसान हो इंसानियत की आन को क़ायम रखो।
शान क़ुदरत्न की परिन्दे शान को क़ायम रखो।।”
चैत्र के बाद वैशाख माह में गर्मी की प्रचंडता निरन्तर बढ़ती जा रही है। ऐसे में अपने रोज़मर्रा के कामों और व्यस्तताओं के चक्कर में निरीह पशु-पक्षियों की भूख-प्यास, हवा और छांव जैसी मूलभूत आवश्यकताओं को न भूलें। उनके लिए दाना-पानी का इंतज़ाम नहीं किया हो तो आज ही करें। संभव हो तो घर के सुरक्षित हिस्से में शीतल छांव की भी थोड़ी सी व्यवस्था कर दें।
भीषण गर्मी से बेहाल और निढाल जीवों को घर के बाहरी छायादार हिस्सों में बैठने दें। समर्थ हों तो बेज़ुबान पशुओं के लिए शुद्ध व शीतल जल का प्रबंध भी करें। जो व्यक्तिगत रूप से सक्षम नहीं, वे ऐसे सेवा कार्य सामुदायिक सहभागिता से भी कर सकते हैं। हो सकता है कि इस तरह के छोटे-बड़े प्रयास औरों के लिए भी प्रेरक बनें। विचार को अन्य लोगों तक पहुंचा कर भी आप इस अभियान में मददगार बन सकते हैं। जय राम जी की।।
■प्रणय प्रभात■