Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Jul 2024 · 1 min read

अपनो से भी कोई डरता है

हुआ सो हुआ, अपनों से भी, कोई डरता है ,
अमन चैन सुख शांति के सब मुसाफिर फिर भी क्यों, अखरता है !
……
क्या मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा क्या, सब बुद्धि से सजता है,
मान्यता तेरी क्या, श्रद्धा, आस्था, विश्वास तेरा, क्यों नहीं समझता है !!
…….
प्रकृति को जाने, निसर्ग में मिल जायें, वही वही है, जो बोलता है, जो सुनता है,
मन की प्रकृति है, दोष है, विकृति है, उसके हर्फ़, क्यों नहीं पढ़ता है !!!
…….
जीवन हो जो गौतम सा, झलक रैदासजी, वाणी साहेब कबीर की,
खोल देती हैं, राज जमीं के, फुले सी समझ, शिवाजी महाराज सी ताकत !!!!
………
बाबा साहेब द्वारा प्रारूपित , वह किताब , सार है, संसार है,
ज्ञान है, विज्ञान है , तर्क पर आधारित है, तेरा ध्यान किधर है !!!!!
…….
डरो मत ! लड़ो मत, भागों मत, ठहर जाओ !
सब्र रख, सहज सब !
मिलेगा सब ! ये हक और अधिकार, उनकी रक्षा, आवाज़ उठायेगा तब !!!!!!
……
Mahender Singh

Language: Hindi
62 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Mahender Singh
View all
You may also like:
4489.*पूर्णिका*
4489.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
घर की गृहलक्ष्मी जो गृहणी होती है,
घर की गृहलक्ष्मी जो गृहणी होती है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
पतंग को हवा की दिशा में उड़ाओगे तो बहुत दूर तक जाएगी नहीं तो
पतंग को हवा की दिशा में उड़ाओगे तो बहुत दूर तक जाएगी नहीं तो
Rj Anand Prajapati
वक्त घाव भरता मगर,
वक्त घाव भरता मगर,
sushil sarna
सत्य तत्व है जीवन का खोज
सत्य तत्व है जीवन का खोज
Buddha Prakash
मिलते तो बहुत है हमे भी चाहने वाले
मिलते तो बहुत है हमे भी चाहने वाले
Kumar lalit
*दोस्त*
*दोस्त*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
"मानो या न मानो"
Dr. Kishan tandon kranti
My love at first sight !!
My love at first sight !!
Rachana
सियासत
सियासत
हिमांशु Kulshrestha
*पर्यावरण दिवस * *
*पर्यावरण दिवस * *
Dr Mukesh 'Aseemit'
*उठो,उठाओ आगे को बढ़ाओ*
*उठो,उठाओ आगे को बढ़ाओ*
Krishna Manshi
"बड़े-बड़े डेम, बिल्डिंग, पाइप-लाइन लीक हो जाते हैं। पेपर लीक
*प्रणय*
उसकी याद में क्यों
उसकी याद में क्यों
Chitra Bisht
मोहब्बत का पैगाम
मोहब्बत का पैगाम
Ritu Asooja
जीवन सुंदर गात
जीवन सुंदर गात
Kaushlendra Singh Lodhi Kaushal
!! वो बचपन !!
!! वो बचपन !!
Akash Yadav
पल्लव से फूल जुड़ा हो जैसे...
पल्लव से फूल जुड़ा हो जैसे...
शिवम "सहज"
वतन से हम सभी इस वास्ते जीना व मरना है।
वतन से हम सभी इस वास्ते जीना व मरना है।
सत्य कुमार प्रेमी
* बाँझ न समझो उस अबला को *
* बाँझ न समझो उस अबला को *
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
आक्रोष
आक्रोष
Aman Sinha
रिश्ते
रिश्ते
Neeraj Agarwal
कोई जो पूछे तुमसे, कौन हूँ मैं...?
कोई जो पूछे तुमसे, कौन हूँ मैं...?
पूर्वार्थ
* सिला प्यार का *
* सिला प्यार का *
surenderpal vaidya
स्वप्न लोक के खिलौने - दीपक नीलपदम्
स्वप्न लोक के खिलौने - दीपक नीलपदम्
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
‘ विरोधरस ‘---11. || विरोध-रस का आलंबनगत संचारी भाव || +रमेशराज
‘ विरोधरस ‘---11. || विरोध-रस का आलंबनगत संचारी भाव || +रमेशराज
कवि रमेशराज
फादर्स डे ( Father's Day )
फादर्स डे ( Father's Day )
Atul "Krishn"
माना इंसान अज्ञानता में ग़लती करता है,
माना इंसान अज्ञानता में ग़लती करता है,
Ajit Kumar "Karn"
कुछ नमी अपने साथ लाता है
कुछ नमी अपने साथ लाता है
Dr fauzia Naseem shad
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Neelofar Khan
Loading...