– अपनो का छल और छलावा –
– अपनो का छल और छलावा –
बड़ा ही विचित्र ढंग से किया मेरे अपनो ने मेरे साथ में छलावा,
छल करने में माहिर मेरे अपने,
सदा छल ही किया उन्होंने मेरे साथ,
दिखावे की इस दुनिया में अव्वल नाम कमाया उन्होंने,
कोई नही होता अपना यहा यह मुझको बतलाया उन्होंने,
ऐसा कहकर मुसीबत में दिया नही उन्होंने साथ,
हम तेरे साथ है भावी जीवन में साथ रहेंगे,
ऐसा कहकर छलावा किया मेरे अपनो ने,
छोड़ दिया मुसीबत में मेरा हाथ,
लगने लगा अब मुझको कोई नही मेरे साथ,
तब मां शारदे ने लिखने का दिया आशीर्वाद,
बोली मां शारदे बेटा भरत लिख दे तू अपनो के खिलाफ,
छलावे की इस दुनिया में नही है तेरे साथ,
✍️✍️ भरत गहलोत
जालोर राजस्थान
संपर्क सूत्र -7742016184-