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3 Aug 2021 · 2 min read

अपने सर्वोत्तम जीवन का निर्माण करे- आनंदश्री

अपने सर्वोत्तम जीवन का निर्माण करे- आनंदश्री

– लक्ष्य और सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़े

हर व्यक्ति सफल होना चाहता है और सफलता के लिए यह अति महत्वपूर्ण है कि अपने मन को प्रोग्राम करें। यह स्वचालित रूप से नहीं होगा, न ही अपने आप होगा। प्रत्येक दिन, आपको यह करना होगा।अपने विजन को लिख कर पढ़ना होगा। लिख कर या फ़ोटो के द्वारा विजन बोर्ड बना कर रोज देखना होगा। अपने दिमाग को एक ऊंचे लेवल पर सेट करना होगा। माइन्डसेट करना होगा। जब आप सुबह उठते हैं, तो सबसे पहले आपको अपना मन सही दिशा में लगाना चाहिए। अपने आप से कहना होगा- “यह एक महान दिन होने जा रहा है। भगवान मेरे कदमों का मार्गदर्शन और निर्देशन कर रहे हैं। उसका एहसान मुझे घेर रहा है। अच्छाई और दया मेरा पीछा कर रही है। मैं आज के बारे में उत्साहित हूँ! मैं उत्साह के साथ आज के दिन की शुरुवात करूँगा। ” अपने दिन की शुरुआत विश्वास और उम्मीद के साथ करें, और फिर अच्छी चीजों का अनुमान लगाकर बाहर जाएं। परिस्थितियों को अपने पक्ष में बदलने की अपेक्षा करें। लोगों से अपेक्षा करें कि वे आपकी मदद करने के लिए अपने रास्ते से हट जाएँ। सही समय पर सही जगह पर होने की उम्मीद करें। शायद आप बिक्री मार्केटिंग में काम करते होंगे,या आप एक महत्वपूर्ण प्रस्तुति देने जा रहे होंगे, कोई बड़ा कॉन्ट्रैक्ट साईन करने जा रहे होंगे ऐसे समय मन कुछ नकारात्मक कहेगा ।वह कहेगा- यह आपके लिए घटिया दिन साबित होने वाला है। आप अपनी आशाओं को पूरा भी नहीं कर सकते।
मन का नकारात्मक बड़बड़, झूठ हो सकता है। ऐसे झूठ को मत सुनो! आपका ईश्वर चाहता है कि आप अपनी आशाओं को प्राप्त करें। हमें आशा के बिना विश्वास भी नहीं हो सकता। आपका विश्वास उन चीज़ों में है जिनकी आशा की जाती है। इस तरह की आशा को ही “आत्मविश्वास” कहते है। हमें सुबह उठकर आत्मविश्वास से भगवान के पक्ष की उम्मीद करनी चाहिए। आपके लिए अवसर के दरवाजे खुलने की उम्मीद करना शुरू करें। अपने करियर में बेहतरीन प्रदर्शन की उम्मीद है। जीवन की चुनौतियों से ऊपर उठने की उम्मीद करे और लगातार प्रयास करते रहें।

कुछ लोग सबसे खराब की उम्मीद करते हैं। वे उस “गरीब-बूढ़े-मेरी मानसिकता” के साथ घूमते हैं, हमेशा नकारात्मक, हमेशा उदास रहते है। “भगवान, आप मेरी स्थिति के बारे में कुछ क्यों नहीं करते?” वे कहते ही रहते है। “यह ठीक नहीं है!” उन्हें विश्वास है- कि कुछ भी ठीक नही है।
लक्ष्य और सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ते रहे, आपकी नई जिंदगी आपकी राह में है।

प्रो डॉ दिनेश गुप्ता- आनंदश्री
आध्यात्मिक व्याख्याता एवं माइन्डसेट गुरु
मुम्बई
8007179747

Language: Hindi
Tag: लेख
270 Views
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