अपने सपनों को उड़ान दो
जो भी चाहते हो ज़िंदगी में
हासिल कर लोगे उसे तुम
उड़ पाओगे आसमान में भी
जो अपने सपनों को उड़ान दो।।
सपने देखना भी ज़रूरी है
चाहतें रखना भी ज़रूरी है
तभी बढ़ पाओगे जीवन में आगे
मेहनत करना भी ज़रूरी है।।
जो होंगे हौसले और परिश्रम
रूपी दो पंख पास तुम्हारे
कोई रोक नहीं सकता छूने से
फिर नई ऊंचाइयों को तुम्हें।।
जो बढ़ना चाहते हो तुम
अपने जीवन में आगे
नई पहल के साथ खुद ही
तुमको आना होगा आगे।।
न हो साथ सारी कायनात
कोई फर्क नहीं पड़ता है यहां
जो साथ है तेरे अपने अगर
हासिल कर लेगा कुछ भी यहां।।
चाहत हो आसमान छूने की गर
कठिन भी हो राह मंजिल की अगर
कुछ भी असंभव नहीं इस जहां में
जो ठाना हो तुमने दिल में अगर।।
सुनी है हमने फर्श से अर्श तक
पहुंचने की हजारों कहानियां
करो साहस और लगन से श्रम
तुम्हारी बन जायेगी ऐसी कहानियां।।
साथ चलोगे अगर लेकर सबको
जल्द पूरी होगी मंजिल की चाह
होगी सबकी मेहनत एक दिशा में
फिर आसान होगी मंज़िल की राह।।
बढ़ते चलो अब तुम जीत जाओगे
साथ तुम अपनों को भी उड़ान दो
उड़ पाओगे आसमान में भी
जो अपने सपनों को भी उड़ान दो।।