अपने में वो मस्त हैं ,दूसरों की परवाह नहीं ,मित्रता में रहक अपने में वो मस्त हैं ,दूसरों की परवाह नहीं ,मित्रता में रहकर फिर ,उनकी कोई चाह नहीं ! @परिमल