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14 Jul 2021 · 1 min read

अपने पराये

पहले जो
अपने थे
अब पराये हैं
पहले जो
अजनबी थे
अब हमसफर हैं
हमकदम हैं
हमसाये हैं
अपने चमन में तो
फूल खिलाते हैं
दूसरों के बाग बगीचों को
उजाड़ देते हैं
कुछ लोग
खुद का समय
ठीक हो तो
अपनों को ठुकरा देते हैं
खुद पर जब पड़े
बुरा वक्त तब
उन्हीं ठुकराये हुए अपनों से
मदद की गुहार लगा
उन्हें गले लगा
अपना काम बहुत अच्छे से निकलवाना
जानते हैं यह लोग।

मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001

Language: Hindi
1 Like · 392 Views
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