Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Nov 2024 · 1 min read

अपने पंखों पर नहीं,

अपने पंखों पर नहीं,
जिनको जरा यकीन ।
उनके सपनों को यहाँ ,
मिलती नहीं जमीन ।।

सुशील सरना / 28-11-24

1 Like · 38 Views

You may also like these posts

खबर नही है पल भर की
खबर नही है पल भर की
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
कलम आज उनको कुछ बोल
कलम आज उनको कुछ बोल
manorath maharaj
हिंदी दिवस - 14 सितंबर
हिंदी दिवस - 14 सितंबर
Raju Gajbhiye
लफ्ज़ों की जिद्द है कि
लफ्ज़ों की जिद्द है कि
Shwet Kumar Sinha
नई पीढ़ी में तनाव: कारण, प्रभाव और इसे कम करने के उपाय
नई पीढ़ी में तनाव: कारण, प्रभाव और इसे कम करने के उपाय
Shyam Sundar Subramanian
*सोरठा छंद*
*सोरठा छंद*
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
सत्यानाशी सोच जिमि,खड़ी फसल पर मेह .
सत्यानाशी सोच जिमि,खड़ी फसल पर मेह .
RAMESH SHARMA
निर्भय होकर कीजिए,
निर्भय होकर कीजिए,
sushil sarna
उम्र
उम्र
seema sharma
#नित नवीन इतिहास
#नित नवीन इतिहास
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
" हो सके तो किसी के दामन पर दाग न लगाना ;
डॉ कुलदीपसिंह सिसोदिया कुंदन
सन्देश खाली
सन्देश खाली
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
नारी देह नहीं, देश है
नारी देह नहीं, देश है
Ghanshyam Poddar
जनक दुलारी
जनक दुलारी
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
*पूजा में चढ़ते मधुर, चंपा के शुभ फूल (कुंडलिया)*
*पूजा में चढ़ते मधुर, चंपा के शुभ फूल (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
सुरक्षा
सुरक्षा
Dr. Kishan tandon kranti
जिंदगी - चौराहे - दृष्टि भ्रम
जिंदगी - चौराहे - दृष्टि भ्रम
Atul "Krishn"
कुण्डलिया
कुण्डलिया
अवध किशोर 'अवधू'
😢अलविदा ताई जी😢
😢अलविदा ताई जी😢
*प्रणय*
विशेषण गीत
विशेषण गीत
Jyoti Pathak
यादे....
यादे....
Harminder Kaur
-बहुत याद आता है -
-बहुत याद आता है -
bharat gehlot
दम उलझता है
दम उलझता है
Dr fauzia Naseem shad
मैं खुद भी सोचता हूँ ये क्या मेरा हाल है; जिसका जवाब चाहिए,
मैं खुद भी सोचता हूँ ये क्या मेरा हाल है; जिसका जवाब चाहिए,
पूर्वार्थ
जगत कंटक बिच भी अपनी वाह है |
जगत कंटक बिच भी अपनी वाह है |
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
गंगा नदी
गंगा नदी
surenderpal vaidya
गलत लोग, गलत परिस्थितियां,और गलत अनुभव होना भी ज़रूरी है
गलत लोग, गलत परिस्थितियां,और गलत अनुभव होना भी ज़रूरी है
शेखर सिंह
लहर लहर लहराना है
लहर लहर लहराना है
Madhuri mahakash
नवगीत : मौन
नवगीत : मौन
Sushila joshi
कोई हमारे लिए जब तक ही खास होता है
कोई हमारे लिए जब तक ही खास होता है
रुचि शर्मा
Loading...