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28 Oct 2024 · 1 min read

अपने दीपक आप बनो, अब करो उजाला।

अपने दीपक आप बनो, अब करो उजाला।
अंतर्मन करो सफाई, पड़ा हुआ ताला।।
जब होगा जीवन उजला, सच्ची दीवाली,
वैचारिक सुख पाओगे, गूँथ ज्ञान माला।।

— ननकी 28/10/2024

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