अपने गम में
जिन्दगी बदला सनम,
मैं न बदला तेरी कसम,
सच्चा मैने प्यार किया,
तूने हमको दर्द दिया,
समझी न तू प्यार मेरा,
झूठा था ऐतबार तेरा,
अब न कोई शिकवा है,
न है कोई शिकायत,
तेरी गली में आया हूँ,
बनके अंजान मुसाफिर
भूल गया हूं इश्क तेरा,
तुझको भूला दिया हूँ,
जब तेरी डॉली उठी थी,
मेरे इश्क की मैय्यत थी,
डोली पे तेरे फूल थे बरसे,
मेरे अर्थी पे भी आये थे,
निकली थी जब तेरी डोली,
मेरे ख्वाबो की नीलामी थी,
कीमत तूने खूब लगायी,
महफ़िल जो बोली थी,
सुनके बोली दिल टूटा,
अरमानों को तूने लूटा,
तेरा हसना मेरा रोना,
देख के धरती डोल गयी,
अम्बर भी आके बोला,
देख सका न दर्द तेरा,
धोखा इश्क में तूने दिया,
जा किया मैं माफ तुझे,
खुश रह तू अपनी दुनिया मे,
हम खुश है अपने गम में,