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15 Jul 2022 · 1 min read

अपने और जख्म

बिना खुन निकले हुए भी
जख्म गहरा हो जाता है
जब अपनो से मिलती है बेरूखी
और जब होते अपनो से
तीखे शब्दो का प्रहार
तब यह चोट सीधे दिल पर लगता है
यह चोट इतना जयादा गहरा होता है
इसलिए यह बाहर से नही दिखता है
पर सच कहती हूँ मै
यह चोट ताउम्र कभी नही मिटता है।
बनकर नासूर यह ताउम्र चूभता रहता है।

~अनामिका

Language: Hindi
2 Likes · 275 Views
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