Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Nov 2024 · 1 min read

अपने आत्मविश्वास को इतना बढ़ा लो…

अपने आत्मविश्वास को इतना बढ़ा लो…
कि मुश्किल सा काम आसान लगने लगे!
ईश्वर का स्मरण कर ऐसी शुरुआत दो…
कि क्षण भर में ही परिणाम मिलने लगे!

…. अजित कर्ण ✍️

1 Like · 29 Views

You may also like these posts

चेहरे पे चेहरा (ग़ज़ल – विनीत सिंह शायर)
चेहरे पे चेहरा (ग़ज़ल – विनीत सिंह शायर)
Vinit kumar
कुछ मेरा तो कुछ तो तुम्हारा जाएगा
कुछ मेरा तो कुछ तो तुम्हारा जाएगा
अंसार एटवी
“आखिर मैं उदास क्यूँ हूँ?
“आखिर मैं उदास क्यूँ हूँ?
DrLakshman Jha Parimal
एक   राखी   स्वयं के  लिए
एक राखी स्वयं के लिए
Sonam Puneet Dubey
नहीं जाती तेरी याद
नहीं जाती तेरी याद
gurudeenverma198
जगमग जगमग दीप जलें, तेरे इन दो नैनों में....!
जगमग जगमग दीप जलें, तेरे इन दो नैनों में....!
singh kunwar sarvendra vikram
योद्धा
योद्धा
Kanchan Alok Malu
कोई मुरव्वत नहीं
कोई मुरव्वत नहीं
Mamta Singh Devaa
Dr. Arun Kumar Shastri - Ek Abodh Balak - Arun Atript
Dr. Arun Kumar Shastri - Ek Abodh Balak - Arun Atript
DR ARUN KUMAR SHASTRI
अंतहीन
अंतहीन
Dr. Rajeev Jain
"ला-ईलाज"
Dr. Kishan tandon kranti
जंगल की आग
जंगल की आग
Lalni Bhardwaj
The Lonely Traveller.
The Lonely Traveller.
Manisha Manjari
देख विस्तार , काँपने लगे हम....
देख विस्तार , काँपने लगे हम....
sushil yadav
मोहब्बत का अंजाम कभी खुशी कभी गम।
मोहब्बत का अंजाम कभी खुशी कभी गम।
Rj Anand Prajapati
जिंदगी हमने जी कब,
जिंदगी हमने जी कब,
Umender kumar
बार - बार आजमाना अच्छी बात नही -
बार - बार आजमाना अच्छी बात नही -
bharat gehlot
2828. *पूर्णिका*
2828. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
हिन्दी दिवस १४ सितम्बर २०२३
हिन्दी दिवस १४ सितम्बर २०२३
अटल मुरादाबादी(ओज व व्यंग्य )
सीख
सीख
Ashwani Kumar Jaiswal
उसे भुलाने के सभी,
उसे भुलाने के सभी,
sushil sarna
कुछ सूझै तो बताना
कुछ सूझै तो बताना
Mahender Singh
हिंदी दिवस
हिंदी दिवस
सत्यम प्रकाश 'ऋतुपर्ण'
जीवन में आप सभी कार्य को पूर्ण कर सकते हैं और समझ भी सकते है
जीवन में आप सभी कार्य को पूर्ण कर सकते हैं और समझ भी सकते है
Ravikesh Jha
मुझे आरज़ू नहीं मशहूर होने की
मुझे आरज़ू नहीं मशहूर होने की
Indu Singh
नारी की महिमा
नारी की महिमा
indu parashar
जीवन चुनौती से चुनौती तक
जीवन चुनौती से चुनौती तक
Nitin Kulkarni
दहेज ना लेंगे
दहेज ना लेंगे
भरत कुमार सोलंकी
संवेदना मनुष्यता की जान है
संवेदना मनुष्यता की जान है
Krishna Manshi
*हेमा मालिनी (कुंडलिया)*
*हेमा मालिनी (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
Loading...