अपने-अपने पिंजरे
यहां पिंजरे में तो
हर एक परिंदा है!
जो उसे तोड़ सके
वही बस ज़िंदा है!!
तू कहां पैदा हुआ
इसमें तेरी क्या खता
भला इसको लेकर
तू क्यों शर्मिंदा है!!
Shekhar Chandra Mitra
#RomanticRebel
#AmbedkarVision
यहां पिंजरे में तो
हर एक परिंदा है!
जो उसे तोड़ सके
वही बस ज़िंदा है!!
तू कहां पैदा हुआ
इसमें तेरी क्या खता
भला इसको लेकर
तू क्यों शर्मिंदा है!!
Shekhar Chandra Mitra
#RomanticRebel
#AmbedkarVision