अपनी पहचान
लोगों को खुश करने के लिए
खुद को खो देना किसी मूर्खता से
कम नहीं, जैसे हैं आप वैसे ही रहे
अपनी पहचान गंवा कर दूसरों की
नज़र में अच्छा बनने से लाख़ गुना
बेहतर है आपका अकेले होकर भी
अपनी पहचान और अपनी वास्तविक्ता
के साथ जीवित रहना ।
डाॅ फौज़िया नसीम शाद