अपनी टी आर पी बढ़ाने में
अपनी टी. आर. पी. बढ़ाने में
जल रहा था देश
जात-मजहब के
दंगों में
चीख रही थीं महिलाएं
यौन अपराधों से पीड़ित
ये सब नहीं दिया दिखाई
इलैक्ट्रॉनिक मीडिया को
वो थे व्यस्त
धन लक्ष्मी यन्त्र के
विज्ञापन दिखाने में
राशि अनुसार
भविष्य बताने में
निरंकुश मठाधीशों के
सत्संग सुनाने में
अपनी टी. आर. पी.
बाढ़ाने में
-विनोद सिल्ला©