अपनी आस्थाओं के लिए सजग रहना।
अपनी आस्थाओं के लिए सजग रहना।
पावनता को धर चल तटिनी बन बहना।।
विष उड़ेलने वाले खल अधिक मिलेंगे,
सदा तितीर्षा व्रत ले इन सबको सहना।।
— ननकी 16/10/2024
अपनी आस्थाओं के लिए सजग रहना।
पावनता को धर चल तटिनी बन बहना।।
विष उड़ेलने वाले खल अधिक मिलेंगे,
सदा तितीर्षा व्रत ले इन सबको सहना।।
— ननकी 16/10/2024