अपनी-अपनी फिदरत
पशेमान हूं मैं उनसे वफ़ा करके!
शर्मिंदा नहीं जो मुझसे जफ़ा करके!!
सबकी अपनी एक फिदरत होती है
मैं भी क्या करता-वह भी क्या करते!!
Shekhar Chandra Mitra
(A Dream of Love)
पशेमान हूं मैं उनसे वफ़ा करके!
शर्मिंदा नहीं जो मुझसे जफ़ा करके!!
सबकी अपनी एक फिदरत होती है
मैं भी क्या करता-वह भी क्या करते!!
Shekhar Chandra Mitra
(A Dream of Love)