अपना घर
जान से भी प्यारा होता अपना घर
सब से सुन्दर बस अपना है घर
जिंदगी के न जाने कितने पन्ने पलट गए
पर फिर भी न्यारा लगता अपना है घर !!
जब थक हार के घर आओ
सब करते बैठे इंतजार मेरा
कैसे कोई दूर जाएगा बताओ
जब इतने प्यारे रहते इस घर !!
अजीत कुमार तलवार
मेरठ