अपना अपना सूरज
अपना अपना सूरज:
आज
ऐसा करते हैं
अपना अपना सूरज चमकायें
सूरज चमकाने से
सभी दिशाये तो चमकेगी ही
हमारे हिस्से का
जहां भी चमकेगा…
यही नहीं
अपने अपने सूरजमुखी खिलायें
सूरजमुखी खिलें तो
जिन्दगी महक उठती है. I
खुशियों का वसन्त
गा उठता है
झूम उठता है
मुस्कुरा उठता है.
चलो
मुस्कुराहटें फैलाएं
सपने बांटे ।
डा. करुणा भल्ता
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