अन्नदाता का धरा पर मान होना चाहते
अन्नदाता का धरा पर मान होना चाहिए
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वसुंधरा पर उत्तम यह काम होना चाहिए
अन्नदाता का धरा पर मान होना चाहिए
ज्येष्ठ की तपती दोपहरी में जले तन बदन
छाँव में पल दो पल का विराम होना चाहिए
देश की सुख समृद्धि में जान तक है वारता
खेतिहर का खुशियों का जहान होना चाहिए
भूखे पेट भर कर भूखे पेट ही सो जाए
जठराग्नि का जरा इंतजाम होना चाहिए
कर्ज मे पैदा हो कर्जे मे ही जीता मरता
कभी न कभी आखिरी हिसाब होना चाहिए
बैंक , साहूकारों की अधीनता में बीतता
आजादी का उसे एहसास होना चाहिए
मनसीरत बेटी के विवाह में जमीं बेच दे
सरकारी खजाने में सहभाग होना चाहिए
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सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)