Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Jun 2023 · 2 min read

अनुभव की माला

जो कर्म को आईना बना कर आगे बढ़ते हैं
उनकी तस्वीर बहुत चमकदार बनती है
खा खा के ठोकरे सीखते जाते हैं तजुर्बे
तभी तो उनकी छवि खुश्बूदार बनती है
रात भर में कोई मशहूर नहीं होता
सभी ने खुद को दिन रात तपाया होता है
अच्छे वक्त में जो तारीफ करे जोरों से
वही बुरे वक्त में अक्सर पराया होता है
मलिक की कलम करती नहीं वार किसी के जख्मों पर
बस उसने तो कड़वी सच्चाई से रूबरू कराया होता है
दुनिया को जीतना असम्भव नहीं प्यारे
मायूस आदमी तो खुद का ही हराया होता है
कर ले हर पल उस मालिक को याद
नहीं तो वक्त की सुनामी कर डालेगी बर्बाद
बदलते वक्त में तो परछाई भी परायी है
तभी तो अब तेजी से मैंने कलम चलायी है
अच्छे सन्देश जन जन तक पहुँचाने है
कुछ भटके सही राह पर लाने हैं
अंतरात्मा से लो निर्णय हर पल धैर्य से तुम
छोड़ के झमेले बस हो जाओ उस खुदा में गुम
फिर देखो तो कुदरत के रंग
कैसे चलती है पल पल तुम्हारे संग
परीक्षा कड़ी होगी माना है
कुदरत के संग मुश्किल नहीं कुछ यही जाना है
मेरे लफ्जों को मिल जाये अगर सच्ची वाहवाही का साथ
कसम से शब्दों से कर दू कमाल हाथों हाथ
अपने कर्म से, शर्म से, धर्म से अपना वक्त गुजार लीजिये
इंसान हो बन्धु इंसानियत का ही परिचय दीजिये
बन जाओ खुद की नजरों में शरीफ
तुम्हारी आत्मा ही सच्ची सखी है
कर लो डट कर अच्छे कर्म इस धरा पर
वर्ना तो दुनिया तो भगवान से भी दुखी है
फर्ज की आवाज को न करना तुम फीका
कर्म का लगाते रहना नित नित टीका
निंदा से होकर दूर डुबो कुदरत के प्यार में
प्रेम की गंगा हो सके तो बहा दो इस संसार में
लिखावट में हुई कमी की मेरी तरफ से माफ़ी है
लिख पाया इतना बस यही मेरे लिए काफी है

1 Like · 291 Views
Books from कृष्ण मलिक अम्बाला
View all

You may also like these posts

नास्तिक किसे कहते हैं...
नास्तिक किसे कहते हैं...
ओंकार मिश्र
प्यारी-प्यारी सी पुस्तक
प्यारी-प्यारी सी पुस्तक
SHAMA PARVEEN
*यात्रा*
*यात्रा*
Shashank Mishra
नदियाँ
नदियाँ
Pushpa Tiwari
बिन परखे जो बेटे को हीरा कह देती है
बिन परखे जो बेटे को हीरा कह देती है
Shweta Soni
हमने जिनके झूठ का ,रखा हमेशा मान
हमने जिनके झूठ का ,रखा हमेशा मान
RAMESH SHARMA
हम ऐसी मौहब्बत हजार बार करेंगे।
हम ऐसी मौहब्बत हजार बार करेंगे।
Phool gufran
चलते चलते थक गया, मन का एक फकीर।
चलते चलते थक गया, मन का एक फकीर।
Suryakant Dwivedi
गीत- तेरी मुस्क़ान मरहम से...
गीत- तेरी मुस्क़ान मरहम से...
आर.एस. 'प्रीतम'
क्योंकि हमको है तुमसे प्यार इतना
क्योंकि हमको है तुमसे प्यार इतना
gurudeenverma198
*चोरी की सीखो कला, पढ़ो और के गीत (हास्य कुंडलिया)*
*चोरी की सीखो कला, पढ़ो और के गीत (हास्य कुंडलिया)*
Ravi Prakash
कोई मेरे दिल में उतर के तो देखे...
कोई मेरे दिल में उतर के तो देखे...
singh kunwar sarvendra vikram
कहे आनंद इस जग में एक ही बात का सार।
कहे आनंद इस जग में एक ही बात का सार।
Rj Anand Prajapati
गिरमिटिया मजदूर
गिरमिटिया मजदूर
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
- हम दोनो अनजान बन गए एक दूसरे की जान -
- हम दोनो अनजान बन गए एक दूसरे की जान -
bharat gehlot
मन में उतर कर मन से उतर गए
मन में उतर कर मन से उतर गए
ruby kumari
जिंदगी को बोझ मान
जिंदगी को बोझ मान
भरत कुमार सोलंकी
पास फिर भी
पास फिर भी
Dr fauzia Naseem shad
दोहा पंचक. . . . पुष्प -अलि
दोहा पंचक. . . . पुष्प -अलि
sushil sarna
समझ मत मील भर का ही, सृजन संसार मेरा है ।
समझ मत मील भर का ही, सृजन संसार मेरा है ।
Ashok deep
कदम छोटे हो या बड़े रुकना नहीं चाहिए क्योंकि मंजिल पाने के ल
कदम छोटे हो या बड़े रुकना नहीं चाहिए क्योंकि मंजिल पाने के ल
Swati
నేటి ప్రపంచం
నేటి ప్రపంచం
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
बिखरे सपनों की ताबूत पर, दो कील तुम्हारे और सही..
बिखरे सपनों की ताबूत पर, दो कील तुम्हारे और सही..
Manisha Manjari
मैने यह कब कहा की मेरी ही सुन।
मैने यह कब कहा की मेरी ही सुन।
Ashwini sharma
"आय और उम्र"
Dr. Kishan tandon kranti
जिंदगी हमको हँसाती रात दिन
जिंदगी हमको हँसाती रात दिन
अटल मुरादाबादी(ओज व व्यंग्य )
हां ख़ामोश तो हूं लेकिन.........
हां ख़ामोश तो हूं लेकिन.........
Priya Maithil
फितरत की कहानी
फितरत की कहानी
प्रदीप कुमार गुप्ता
4920.*पूर्णिका*
4920.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
D. M. कलेक्टर बन जा बेटा
D. M. कलेक्टर बन जा बेटा
Shyamsingh Lodhi Rajput "Tejpuriya"
Loading...